भारत सरकार ने जागीरदारी उन्मूलन कानून बनाकर जब राजस्थान में जागीरे जब्त की तब राजस्थान के भू-स्वामियों ने १९५५-५६ में भारत की तत्कालीन सरकार के खिलाफ एक बड़ा सत्याग्रह आन्दोलन छेड़ा | जिसका नेतृत्व ठाकुर मदनसिंह दांता ने श्री तनसिंह बाढ़मेर,आयुवानसिंह हुडील,सौभाग्यसिंह भगतपुरा,रघुवीरसिंह जावली,शिवचरणसिंह निम्बेहेड़ा,सवाईसिंह धमोरा आदि के सक्रिय सहयोग से किया था | इस सत्याग्रह को इतिहास में भू-स्वामी आन्दोलन के नाम से जाना है |
पेश है उसी आन्दोलन की पूरी जानकारी, आन्दोलन में सक्रिय भूमिका निभाने वाले श्री सौभाग्यसिंह जी भगतपुरा की कलम से काव्य रूप में -
भौम बिहूणा भौमियां,
कार नहीं बेकार |
भूख भूपाला भटकता,
रोजी बिन रुजगार ||१
जमीं गई जमीयत गई,
ठौड़ ठाकरी ठाण |
ठिकाणां ठिकाणे लगा,
रजवाडी मौखाण ||२
आन्दोलन आकर अड्या,
पकड्या पांच हजार |
जैपर अलवर जोधपुर,
दिया जेल में डार ||३
रापट रोळी राज में,
पूछ न दाद पुकार |
ठौड़ ठौड़ थाणां थरप,
सुणण लागा जैकार ||४
रुल सभा जागीर बिल,
पेस हुवो जिण ठाण |
दस सत्याग्रही बिल समै,
कपि जिम लिवि कूदांण ||५
हाक वाक् होगी हवा,
सट पटाय मिम्बराण |
लंक गढ़ी कपिराण जिम,
थर थर लागा कम्पाण ||६
सीट छोड़ न्हाटा सदसे,
चैयर टेबलां हेट |
सत्याग्रही स्व सेवकां,
झेल सक्या नी फेंट ||७
कथित सैनानी सुतंत्र्ता,
जंग आजादी जोद |
मिटा मरदसी मांडणा,
मांडाणी मन मोद ||8
जब्ती बिल जागीर रो,
विधान सभा में पेस |
दस सिर वाली लंक जिम,
कूद पड्या कपि भेस ||९
कमर बाँध भेलो हुवौ,
सगलो क्षत्र समाज |
गति छछूंदर नागसी,
दुविधा विकट दराज ||१०
कुरुखेत पारथ जिसी,
बणी स्थिति आंण |
मोह छोह बांधव सगां,
करतव लियो पिछांण ||११
श्रीनाथ क्रपा करी,
करतब ग्यान करांण |
सत मत पथ राखे मती,
भय नह मन में आंण ||१२
छबि बिगाड़न छिपकला,
चमचा चाटुकार |
मुलक कुटिल दिल मानवां,
दूर रखै सुभकार ||१३
सात दिवस चिंतण सिविर,
सारणेस सिव थांन |
आन्दोलन रचना रची,
सगळी रो मो भान ||१४
आन्दोलन प्रभाव फल,
हणू सवाई देव |
सरविस सरकारी लगा,
जाणू सारो भेव ||१५
दांतै हुडील जावली,
बाढ़मेर निम्बहेर |
राजपुरै हरजी मुणा,
साथ सवाई फेर ||१६
आँदोलण चौपासणी,
भू-स्वामी सह बात |
भगतपुरै सौभागसी,
सारी विध रिय साथ ||१७
मुरब्बा बावीस संघनै,
समझौते सरकार |
दियै जिकण रै कारणे,
संघरी व्ही दो फार ||१८
खिंदासर उम्मीदसिं,
पूंख नेवरी बाग़ |
जाणे सारा रहसनै,
भगतपुरै सौभाग ||१९
कारण जो महामहिमकथै,
आन्दोलन आधार |
असैम्बली री मिनिट्स में,
बांच करै निरधार ||२०
ठाकुर सौभाग्य सिंह शेखावत,भगतपुरा
1 फरवरी 2004