राजपूत के घर में जन्म लिया हुआ प्रत्येक व्यक्ति क्या "क्षत्रिय" है ? क्या जाति मात्र किसी के क्षत्रिय कहलाने के लिए काफी है ! शायद नही .... "क्षत्रिय" शब्द इतने विशाल कर्म ब उदेश्यों से जुडा है कि इसे शब्दों मे परिभाषित करना असम्भव है , क्षत्रिय जन्म से नही बल्कि कर्म से होता है , व्यक्तिगत र्स्वाथ पूर्ति को किनारे कर सम्पूर्ण समाज व संसार के सभी वर्गो के हितो कि रक्षा के लिए प्रयत्नशील व्यक्ति ही सही मायने में क्षत्रिय है ,अर्थात जब आपको ऐसी जाति मे जन्म लेने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है जहां आप क्षत्रिय कहला सके तो सदा अपने से निम्न वर्ग को साथ लेकर चलो तथा जब भी किसी अत्याचार व अन्याय के खिलाफ खडे होने कि बात हो तो सदैव अग्रिम पक्तिं में नजर आएं !!!!!!
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Shyam Prarap Singh Etawa
Pradesh Sanyojak
Shri Rajput Karni Sena
9887380511
एक वीर जिसने दो बार वीर-गति प्राप्त की |
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